Wednesday, 1 July 2020

Bhupendra01bahafur

Bhupendra Bahadur

तारों में अकेला चाँद जगमगाता है

मुश्किलों में अकेला इंसान

डगमगाता है

काटों से घबराना मत  मेरे दोस्त

क्योंकि काटों में ही अकेला गुलाब

मुस्कुराता है


Saturday, 6 June 2020

Monday, 27 April 2020

BHUPENDRA01BAHADUR

Bhupendra Bahadur

हम ना बदलेंगे
वक्त की रफ्तार के साथ,,,
जब भी मिलेंगे
अंदाज़ पुराना होगा….

Tuesday, 21 January 2020